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इस गाँव में अपनी बेटी देने से डरते है लोग

हमारा देश भले ही विकास की बातें कर तीव्र गति से आगे की ओर बढ़ रहा हो, पर आज भी हमारे देश में कुछ जगहें ऐसी हैं जो हर तरह से पिछड़ी हुई हैं। यहां पर किसी भी प्रकार के जन संसाधन मौजूद ना होने के कारण लोग कई सौ साल पीछे चल रहे हैं। यहां के लोग आज भी गुमनामी की जिंदगी जीने को मजबूर हो रहे हैं।
हम यहां बात कर रहे हैं  राजस्थान के धौलपुर जिले के राजघाट गांव की। यहां के हालात देखकर कोई भी पिता अपनी बेटी को यहां ब्याहने को तैयार नहीं है, जिसके चलते कितने सालों से राजघाट गांव में किसी लड़के के सिर पर सेहरा नहीं बंध पाया है।
बताया जाता है कि यहां से आये हुए रिश्ते को तुरंत ही दूसरे गांव के लोग मना कर देते हैं। जिससे यहां के लड़के बिना शादी किये जिंदगी बिताने को मजबूर हो रहे हैं। जिसके चलते पिछले 20 सालों में महज 2 लड़कों के ही सिर पर शादी के सेहरे को सजाने का मौका मिल पाया है।
इन सभी कारणों की सबसे बड़ी दिक्कतें बन रही हैं यहां प्राथमिक सुविधाओं की कमी। यहां ना तो पीने का पानी है, ना शौचालय और ना ही किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य सेवायें। यहां के लोग पढ़ाई लिखाई से काफी दूर होने के कारण मजदूरी कर अपनी जिंदगी बिताने को मजबूर हो रहे हैं।
Pic source The Hindu

महिलाओं ने कभी नहीं देखा फ्रिज और टीवी-

यहां हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि राजघाट गांव में कुल 40 घर हैं। यहां पर 300 लोग निवास करते हैं।
हर तरह की सुविधाओं से दूर होने के कारण यहां की किसी भी औरत ने कभी भी टीवी और फ्रीज को देखा तक तक नहीं है।
यहां पर पढ़ाई के लिये किसी भी प्रकार की कोई सुविधा ना होने के कारण 125 महिलाओं में से सिर्फ 2 महिला ही ऐसी हैं जो केवल अपना नाम लिख पाती हैं, बाकी सभी अनपढ़ हैं।
यहां के हालात इतने बुरे हैं कि लोगों को अपना पेट भरने के लिये रोटी तक का इंतजाम कर पाना काफी महंगा पड़ता है, क्योंकि उनके द्वारा की गई मेहनत से सिर्फ परिवार के एक सदस्य का ही पेट भर सकता है। ऐसे में आप समझ सकते हैं कि इस गांव के दबते स्तर को देख कैसे लोग अपनी बेटी को इस गांव में देना पसंद करेंगे। वहीं, यह प्रश्न हमारे देश के लिये सबसे बड़ा धब्बा बनकर उभर रहा है।

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